MV Abdullah: हिंद महासागर में बांग्लादेशी जहाज का अपहरण, भारतीय नौसेना ने तैनात किया युद्धपोत और एलआरएमपी
MV Abdullah: समुद्री डाकुओं द्वारा बांग्लादेशी मालवाहक जहाज का अपहरण किया गया है। सूचना मिलने पर भारतीय नौसेना ने भी जवाब दिया है। नौसेना ने अपने युद्धपोत और लंबी दूसरी के गश्ती विमान को तैनात कर दिया है।
बांग्लादेशी मालवाहक जहाज एमवी अब्दुल्ला
विस्तार
हिंद महासागर में समुद्री डाकुओं ने एक बार फिर मालवाहक जहाज को निशाना बनाया है। इस बार उन्होंने बांग्लादेशी मालवाहक जहाज एमवी अब्दुल्ला का अपहरण किया है। यह जहाज मोजाम्बिक के मापुटो बंदरगाह से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अल हमरियाह बंदरगाह जा रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहाज में करीब 58 हजार टन कोयला है। घटना सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से करीब 600 मील पूर्व में हुई है। वहीं, सूचना मिलते ही तुरंत जवाब देते हुए भारतीय नौसेना ने अपना युद्धपोत और एक लंबी दूरी का समुद्री गश्ती विमान (एलआरएमपी) तैनात किया।
नौसेना ने एक बयान में कहा, भारतीय नौसेना के मिशन ने युद्धपोत और एक एलआरएमपी को तैनात कर जहाज एमवी अब्दुल्ला पर समुद्री डाकुओं के हमले का जवाब दिया। सूचना मिलने पर एलआरएमपी को तुरंत तैनात किया गया और 12 मार्च की शाम को जहाज के चालक दल के सदस्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए संचार स्थापित करने का प्रयास किया गया। इसमें आगे कहा गया है कि जहाज से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। विज्ञापन
बीते कुछ हफ्तों में भारतीय नौसेना ने पश्चिमी हिंद-महासागर में कई व्यापारिक जहाजों पर हमलों को रोकने में मदद दी है। नौसेना ने इसी महीने की शुरुआत में सोमालिया के पूर्वी तट पर 11 ईरानी और आठ पाकिस्तानी नागरिकों के दल को समुद्री डाकुओं से बचाया था। जनवरी में नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्व तट में पाकिस्तानी नौका के 19 सदस्यों को बचाया था। नौसेना ने पांच जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले पोत एमवी लीला नॉरफोक के अपहरण के प्रयास को नाकाम किया था और चालक दल के सभी सदस्यों को बचाया था।
उत्तर और मध्य अरब सागर सहित महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों में हमलों को रोकने के लिए नौसेना पहले ही अपने अग्रिम पंक्ति के जहाजों और विमानों की तैनाती बढ़ा चुकी है। हमास के खिलाफ इस्राइल का सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में मालवाहक जहाजों को निशाना बनाया है, जिससे वैश्विक व्यापार के लिए चिंताएं बढ़ गई हैं।
Add Comment