How was the minor shooter of Baitha Lawrence, Nepal caught?: Involved in G Club firing, businessman murdered in Haryana in front of mother, wife and sons
कैसे पकड़ा गया नेपाल बैठा लॉरेंस का नाबालिग शूटर?:G क्लब फायरिंग में रहा शामिल, हरियाणा में व्यापारी का मां-पत्नी और बेटों के सामने मर्डर कराया
जयपुर
लॉरेंस गैंग का नाबालिग शूटर नेपाल में फरारी काट रहा था। फरारी का पूरा इंतजाम लॉरेंस गैंग ही कर रही थी। बाकायदा उसे फेक बैंक अकाउंट्स में रुपया भी भेजा जा रहा था। आरोप है कि इसी शूटर ने जयपुर के बाल सुधार गृह से 22 नाबालिगों को फरार कराने में मदद की थी। इतना ही नहीं, इसी ने 3 नाबालिगों से हरियाणा में एक कारोबारी का उसकी पत्नी-बेटों के सामने मर्डर करवाया था।
9 मई को ये नाबालिग शूटर भारत-नेपाल सीमा के पास अररिया (बिहार) के जोगबनी शहर से गिरफ्तार किया गया है। वह एक दुकानदार के पास रुपए निकालने आया तो सायबर फ्रॉड के मामले में शक के आधार पर कार्रवाई की गई।
पूछताछ में हकीकत सामने आई कि वो लॉरेंस गैंग का बदमाश है। जयपुर पुलिस के ट्रांसपोर्ट नगर थाना प्रभारी राजेश बफना ने बताया कि इसे बिहार से लाकर अलग-अलग मामलों में कोर्ट में पेश करने के बाद मंगलवार को एक बार फिर से बाल सुधार गृह भेजा गया है।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
जिस शूटर को राजस्थान पुलिस नाबालिग बता रही है, उसी को बिहार पुलिस बालिग बता रही थी।
सबसे पहले जानिए, शूटर बिहार पुलिस के हत्थे कैसे चढ़ा ?
बिहार पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सामने आया कि वो भारत-नेपाल बॉर्डर के पास में नेपाल के विराटनगर शहर में किराए का मकान लेकर फरारी काट रहा था। यहां से वो इंटरनेट कॉलिंग के जरिए विदेश में बैठे लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा और अन्य गैंगस्टर से टच में था। उसके यहां रहने-खाने का पूरा इंतजाम भी लॉरेंस गैंग ही कर रही थी।
उसे जब भी रुपयों की जरूरत होती तो लॉरेंस गैंग के लोग उसे ऑनलाइन पैसे भेजते थे। इसे हासिल करने के लिए भी बेहद शातिर तरीका काम में लिया जा रहा था। नेपाल बॉर्डर के पास बिहार के जोगबनी शहर में कई दुकानदार दूसरे लोगों को अपने बैंक खाते में ऑनलाइन पैसे मंगवाकर कमीशन पर कैश देने का काम करते हैं।
नाबालिग शूटर ने फर्जी नाम से बिहार के जोगबनी शहर में कुछ दुकानदारों से जान-पहचान कर ली थी। वो इसके लिए बॉर्डर पार करके भारत आता था।
इसी दौरान राजस्थान के एक फेक अकाउंट से शूटर ने जोगबनी शहर के एक दुकानदार के खाते में 20 हजार रुपए ट्रांसफर करवाया। खाते में रुपया आने के बाद दुकानदार ने अपना कमीशन काट कर बाकी पेमेंट शूटर को दे दिया, जिसे लेकर वो उसी समय वापस नेपाल के विराटनगटर चला गया था।
पुलिस ने शूटर से 2 मोबाइल भी बरामद किए थे।
इसके अगले ही दिन दुकानदार को पता चला कि उसका बैंक अकाउंट फ्रीज हो गया है। बैंक में जाकर पड़ताल की तो पता चला कि जो पेमेंट उसके खाते में मंगवाया था, उसी के चलते उसका बैंक अकाउंट फ्रीज किया गया है।
वहीं ये भी पता चला कि राजस्थान पुलिस ने इस बैंक अकाउंट को फ्रीज करवाया है। यहां दुकानदार ने समझदारी दिखाते हुए ये पूरी बात जोगबनी पुलिस को बता दी।
पुलिस ने उसे कहा कि अगली बार जब भी वो शख्स उसके पास अपनी ट्रांसफर मनी लेने आए तो इसकी सूचना तुरंत दे।
9 मई को एक बार फिर नाबालिग शूटर दुकानदार के पास अपना रुपया ट्रांफर करवाकर लेने पहुंचा था। दुकानदार ने उसे पहचान लिया और पुलिस को सूचना दी।
जाेगबनी पुलिस मौके पर पहुंची और उसे पकड़ लिया। बिहार के अररिया जिले के एसपी अमित रंजन ने बताया कि उसे साइबर क्रिमिनल के शक में पकड़ा था। पूछताछ में लॉरेंस गैंग से जुड़ा होने का खुलासा हुआ।
उस पर पहले से राजस्थान में फायरिंग और हरियाणा में मर्डर के मामले दर्ज हैं। तब इसके पकडे जाने की इन्फॉर्मेशन राजस्थान पुलिस को दी गई।
जयपुर के जी क्लब में हुई फायरिंग में भी नाबालिग शूटर का नाम सामने आया था।
जी क्लब पर फायरिंग मामले में नाम आया था सामने
लॉरेंस गैंग के इस नाबालिग शूटर का नाम पिछले साल जयपुर के जी क्लब में हुई फायरिंग में भी सामने आया था। उसे उसके दो साथियों के साथ आगरा से पकड़ा गया था।
इसके बाद जब पुलिस इन्हें लेकर जयपुर पहुंची तो खो नागोरियान थाने के पास तीनों ने मिलकर पुलिस के हथियार छीन फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बचाव में तीनों के पैरों में गोली मारी थी।
इसके बाद जयपुर जी क्लब पर फायरिंग करवाने की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस गैंग के रितिक बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर जयपुर पुलिस को धमकी देते हुए लिखा था, ‘हम सभी चाहते तो क्लब में किसी को गोली मार सकते थे। चलो जंग की नई शुरुआत गोली मारने से ही करेंगे।’
जयपुर बाल सुधार गृह से पूर्व सरपंच को धमकाया
पिछले साल नाबालिग शूटर ने जयपुर के बाल सुधार गृह से भागने से एक दिन पहले पहले नागौर के गच्छीपुरा थाना के बाजोली गांव के पूर्व सरपंच भंवरलाल रॉयल को फोन कर धमकाया था।
फोन पर पूर्व सरपंच को कहा गया कि ‘लॉरेंस गैंग का शूटर बोल रहा हूं। मिलकर चल, नहीं तो नुकसान में चला जाएगा।’ इसके बाद फोन काट दिया।
दुबारा फोन आया तो पूर्व सरपंच ने उठाया नहीं। इसके बाद उसी नंबर से पूर्व सरपंच के वॉट्सऐप पर मैसेज आया- ‘10 लाख रुपए का पेमेंट ही तुझे बचा सकता है। इसके अलावा कोई और बचाने वाला नहीं है। अगर मिलकर चलना है तो बात कर नहीं तो गोली खाने के लिए तैयार रहना।’
धमकी मिलने के तुरंत बाद पूर्व सरपंच ने मामला दर्ज करवाया था। बाद में पुलिस इन्वेस्टिगेशन में ये सामने आया था कि ये धमकी भरा कॉल जयपुर के बाल सुधार गृह से नाबालिग शूटर ने ही किया था। वहां उस तक ये फोन बाल सुधार गृह के बाहर चाय का होटल चलाने वाले नागौर जिले के मारोठ के रहने वाले महेश चंद ने गार्ड के जरिए पहुंचाया था।
जयपुर के सेठी कॉलोनी स्थित बाल सुधार गृह से 12 फरवरी को 22 बाल अपचारी फरार हो गए थे, जिनमें लॉरेंस का शूटर भी शामिल था।
बाल सुधार गृह की खिड़की तोड़ बाल अपचारियों के साथ भागा
नागौर के बाजोली गांव के पूर्व सरपंच भंवरलाल रॉयल को धमकाने के अगले दिन ही 12 फरवरी को जयपुर के बाल सुधार गृह से 22 बाल अपचारी एक साथ खिड़की तोड़ कर भाग गए।
भागने वालों में ये शूटर भी शामिल था। इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि एक साथ बाल सुधार गृह से इतने बाल अपचारियों को भगाने कि पूरी प्लानिंग इसी ने ही की थी।
पड़ताल में ये भी सामने आया था कि वो बाल सुधार गृह में रह कर रोहित गोदारा के कहने पर लॉरेंस गैंग के लिए बाल अपचारियों की गैंग तैयार कर रहा था।
उसने इन सभी को इस तरह से तैयार कर दिया था कि वो गैंग के एक इशारे पर कुछ भी कर सकते थे। इसके बाद 12 फरवरी को तड़के 4:30 बजे वो बाल सुधार गृह की खिड़की तोड़कर बाल अपचारियों के साथ भाग गया।
तीन बाल अपचारियों ने रोहतक में एक व्यापारी की सरेआम हत्या कर दी थी।
तीन नाबालिगों ने हरियाणा में किया दिल दहला देने वाला मर्डर
29 फरवरी को जयपुर के बाल सुधार गृह से भागे तीन बाल अपचारियों ने रोहतक में एक व्यापारी सचिन मुंजाल पर 12 राउंड फायर कर उसकी हत्या कर दी थी।
रोहतक पुलिस ने पहले इसे बदले के चलते हत्या करना माना था। बाद में पता चला कि ये खौफनाक मर्डर लॉरेंस गैंग ने करवाया है। सोशल मीडिया पर रोहित गोदारा ने इस मर्डर की जिम्मेदारी भी ली थी।
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में भी सामने आया था कि लॉरेंस गैंग के नाबालिग शूटर ने साथ में भागे तीन नाबालिगों की बाहर जाकर रोहित गोदारा से फोन पर बात करवाई। रोहित गोदारा ने तीनों नाबालिगों को व्यापारी सचिन मुंजाल की हत्या का टास्क दिया था।
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