ग्राउंड रिपोर्ट साहिल के रहस्यमयी कमरे में शैतान की तस्वीर, पालतू बिल्ली:मेरठ में सौरभ का सिर काटकर यहीं लाया, मुस्कान से कहा था- वध करो
मेरठ

मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ को 4 टुकड़ों में काट देने वाले साहिल की तंत्र-मंत्र में दिलचस्पी थी। वह CA (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन कमरे में एक तांत्रिक की तरह रहता था। छोटे-छोटे अनुष्ठान और मंत्रों को सिद्ध करने की कोशिश में लगा रहता था।
पिछले 2 साल में उसने बाल भी बढ़ा लिए थे, लड़कियों की तरह जूड़ा बनाता। उसने पेंटिंग भी सीखी थी। लोगों से मिलना-जुलना कम कर दिया था। वह क्या करता था, ये सिर्फ मुस्कान ही जानती थी। अपने कमरे में उसने ऐसे चित्र बनाए थे, जिन्हें देखकर कोई भी सहम जाए।
सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान और साहिल बॉडी के 2 टुकड़े (सिर और हाथ) 800 मीटर दूर अपने कमरे में ले गए थे। उसके रहस्यमयी कमरे में क्या है? वह बॉडी के पार्ट लेकर वहीं क्यों गया? कमरे की दीवारों पर डरावनी तस्वीरें क्यों बनाईं? ये जानने के लिए टीम साहिल के कमरे में पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

यह साहिल का घर है। पहली मंजिल पर छज्जे के पास वाला कमरा साहिल का है, इसी में कत्ल के बाद वह और मुस्कान रुके थे।
पहले साहिल का घर और आस-पड़ोस के बारे में जानिए…
शरीर पर टैटू, लड़कियों की तरह बाल का जूड़ा रखता
साहिल का घर इंद्रापुरम तीसरे में है। 2 मंजिला घर में साहिल अपनी नानी के साथ रहता था। उसका कमरा ऊपर की मंजिल पर है। यही वह घर है, जहां साहिल का बचपन गुजरा। वह विवेकानंद स्कूल में पढ़ता था। 8वीं क्लास तक मुस्कान भी इसी स्कूल में उसके साथ पढ़ी है। हमने पड़ोसियों से बातचीत शुरू की। लोगों ने ऑन कैमरा बात करने से मना कर दिया।
पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया- साहिल की मां उज्ज्वला की 18 साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। पिता ग्रेटर नोएडा में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। साहिल का बड़ा भाई आशीष लंदन में नौकरी करता है। साहिल से छोटा भाई दिव्यांश दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा है। एक बहन भी है, जो दिल्ली में जॉब करती है। होली पर पूरा परिवार इकट्ठा हुआ था।
पड़ोसियों ने बताया कि पिछले 2 साल में साहिल ने अपनी पर्सनैलिटी आध्यात्मिक आदमी जैसी बनाई थी। उसके बाल लड़कियों की तरह लंबे थे। वह साधुओं की तरह बालों का जूड़ा बनाकर रखता था। अक्सर पीले और काले रंग के महाकाल लिखे कुर्ते, दुपट्टे पहनता था। इसके अलावा उसने अपने हाथों पर श्रीयंत्र, महाकाल, शंकर की अलग-अलग तस्वीरों के कई टैटू बनवाए हुए थे। कई बार उसे देखकर डर लगता था, इसलिए कोई उससे ज्यादा बात नहीं करता था।

गिरफ्तारी के बाद साहिल और मुस्कान को पुलिस सामने लाई। दोनों के चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखी।
अब साहिल के डरावने कमरे में चलते हैं…
दीवार पर शैतान की तस्वीर, साहिल ने खुद बनाई पड़ोसियों की बातचीत ने हमारे अंदर उत्सुकता पैदा कर दी। अब हम सीढ़ियों से साहिल के कमरे तक पहुंचे। दरवाजे पर लिखा था- नमक स्वाद अनुसार, अकड़ औकात अनुसार। गेट को खोलने के बाद अंदर चारों दीवारों पर तरह-तरह की आकृतियां दिखीं। इन्हें देखकर लगा कि साहिल ने इन्हें खुद ही बनाया है। इनमें शिव, गणेश की आकृतियां हैं।
सामने की दीवार पर एक आकृति दिखी, जिसे देखकर शैतान जैसी फीलिंग आ रही थी। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि इस आकृति को बनाने में साहिल ने अपने खून का इस्तेमाल भी किया होगा। ऐसा तंत्र क्रिया करने वाले लोग करते हैं।
दीवार पर एक अकेली बैठी लड़की की तस्वीर थी। ऐसा लगा कि यह मुस्कान के लिए बनाई गई थी। एक स्केच भी जिस पर लिखा था- यू कान्ट ट्रिप विद अस। तंत्र क्रिया के अनुसार, इसके मायने हैं कि अंतिम यात्रा में साथ-साथ नहीं जा सकते हैं या जो हम कर रहे हैं, उसमें आप हिस्सा नहीं हो सकते हैं।

आकृति 1. यह शैतान का प्रतीक मानी जाती है। यह साहिल के कमरे की सामने की दीवार पर बनी हुई थी।

आकृति 2. शिव, गणेश, त्रिशूल के साथ तरह-तरह की आकृतियां दीवार पर बनाई गईं थीं।
सिगरेट में कैसे ड्रग्स भरते हैं, इसे भी दीवार पर उकेरा साहिल ने दीवार पर एक पेंटिंग बनाई थी। इसमें दो हाथ दिख रहे हैं। एक हाथ में सिगरेट है। साहिल इस पेंटिंग से यह दर्शाना चाहता था कि वह सिगरेट में ड्रग्स (चरस-गांजा) भरकर कैसे पीता था। इसी पेंटिंग पर साहिल ने लिखा था- ‘Puff Puff Pass’। साहिल के कमरे से एक ऐश ट्रे मिला, जिस पर कंकाल की कलाकृति थी। ऐश ट्रे में सिगरेट के तमाम बचे हुए टुकड़े भी मिले। पुलिस ने बतौर सबूत इन्हें जब्त किया है।

आकृति 3. साहिल के कमरे की दीवार पर यह आकृति बनी हुई थी। इसमें यह दिखाने की कोशिश है कि सिगरेट में किस तरह गांजा भरा जाता है।
अब जानिए कमरे का हाल कैसा था…
सिगरेट, बीयर, गांजा मिला, साहिल-मुस्कान ने किया था नशा यह कमरा करीब 10 बाई 15 का है। इसके एक कोने में एक टेबल लगी हुई थी। इस पर ढेर सारी सिगरेट, बीड़ी, गांजा, लाइटर रखे हुए थे। साफ है कि दोनों ने यहां जमकर नशा किया था। पुलिस जांच में यह सामने आया कि 3 मार्च को मुस्कान और साहिल दोनों इसी कमरे में थे। यह बोतल, सिगरेट उसी दिन से पड़े हुए हैं।
इसी टेबल के पास कुछ किताबें भी रखी हुई थीं। साहिल ने अपना एक स्केच भी फ्रेम करवाया हुआ था। साहिल के बचपन की एक तस्वीर टंगी मिली, इसमें वो अपनी मां के साथ दिख रहा है। साहिल की अलमारियों में कपड़े और कुछ जरूरी सामान मिला। रुद्राक्ष की मालाएं, महाकाल लिखा दुपट्टा और कुर्ते मिले।
साहिल के कमरे की बालकनी मेन रोड की तरफ खुलती है। इसी मंजिल पर एक और किराएदार रहते हैं, लेकिन उन्होंने साहिल के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया। साहिल ने अपने कमरे में एक बिल्ली पाली थी, जिसे वो दूध पिलाता था। इसी बिल्ली के साथ अक्सर वह खेलता दिखता था।

कमरे के एक कोने में बीयर के कैन पड़े थे। ऐसा माना जा रहा है कि साहिल और मुस्कान ने 3 मार्च की रात यहां नशा किया।
सिद्धि पाना चाहता था साहिल साहिल की जैसी वेशभूषा रहती थी। उसने जिस तरह से अपने कमरे की साज-सज्जा कर रखी थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वो तंत्र क्रियाएं भी करता था। माना जा रहा है कि वह कोई बड़ी सिद्धि पाना चाहता था। इसलिए सौरभ का सिर और कटे हुए हाथ लेकर अपने कमरे पर आया था।
साहिल ने मुस्कान से कहा था कि तुम्हें ही सौरभ का वध करना होगा, तभी हम नई जिंदगी शुरू कर पाएंगे। साहिल ने मुस्कान के हाथों पति की हत्या कराई। साहिल ने मुस्कान को पहले सौरभ के सीने पर बैठाया। फिर उसे किचन से चाकू लाकर दिया। चाकू पकड़ने का तरीका बताया। कहा कि ये चाकू सौरभ के दिल में 3 बार घुसाओ। जब मुस्कान चाकू नहीं चला पाई तो साहिल ने उसके हाथ पकड़कर चाकू दिल में 3 बार घोंपकर हत्या करवाई।
अब पूरा कमरा देखने के बाद साहिल की नानी से बात की…
नानी बोलीं- वो शराब पीता था, कंप्यूटर पर कुछ करता रहता अब हम ऊपर से उतरकर नीचे आंगन में आए। यहां एक कोने में साहिल की नानी बैठी हुई दिखीं। नानी प्रेमवती कहती हैं- मैं तीर्थ पर गई थी, पीछे से यह सब हो गया। जब मैं यहां रहती थी, साहिल अपने कमरे में ही ज्यादातर समय बिताता था।
वह कहती हैं- साहिल कंप्यूटर पर बैठा कुछ न कुछ पढ़ता था। मुझे ज्यादा कुछ नहीं पता। इतना पता है कि शराब तो वह पीता था। कमरे की दीवारों पर जो कुछ बना हुआ है, वह भी मुझे नहीं पता। उसने किसी को मार डाला है, ये लोग ही बता रहे हैं।
क्या साहिल 3 मार्च को किसी लड़की को लेकर घर पर आया था? इसके जवाब में नानी ने कहा- मैं यहां पर नहीं थी, काकोड़ गई थी। वो बहुत कम बोलता था। मुझे उसने कभी मुस्कान से नहीं मिलवाया।

साहिल की नानी प्रेमवती ने कहा- मुझे लोगों ने बताया कि साहिल ने किसी को मार डाला है।
साहिल के पापा-भाई भेजते थे घर खर्च नानी और पड़ोसियों से बातचीत करके यह भी समझा कि आखिर साहिल का खर्च कैसे चलता था। सामने आया कि लंदन में रहने वाला भाई और ग्रेटर नोएडा से उसके पापा घर खर्च भेजते थे। यही वह सोर्स था, जिससे साहिल अपना खर्च चलाता था। इसके अलावा साहिल पैसा कमाने के लिए कोई काम नहीं करता था। परिवार की जानकारी में वह CA की तैयारी कर रहा था।
साहिल ने लाश ठिकाने लगाने के तरीके सर्च किए पुलिस ने साहिल का कंप्यूटर भी खंगाला है। सामने आया कि 3 मार्च को कंप्यूटर की सर्च हिस्ट्री में लाश ठिकाने लगाने के तरीके ढूंढ़े गए। इसके बाद 4 मार्च को साहिल और मुस्कान ने लाश को ड्रम में छिपाकर सीमेंट में जमा दिया। फिर दोनों शिमला घूमने चले गए। वहां भी दोनों अपने मोबाइल पर 17 मार्च तक लाश ठिकाने लगाने का तरीका सर्च करते रहे।
वापस आने के बाद मुस्कान ने मजदूरों को बुलाकर प्लास्टिक के ड्रम को फिंकवाना चाहा। ड्रम इतना भारी था कि 2 रिक्शा चालक मिलकर भी उसे नहीं उठा पाए। इसके बाद मुस्कान और साहिल ड्रम को गलाने के लिए केमिकल तलाशते रहे। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन कई तरीके देखे।
दोनों ड्रम को केमिकल से गला पाते, उससे पहले ही ये केस खुल गया। यह सारी हिस्ट्री पुलिस ने बतौर सबूत केस में शामिल की है। पुलिस ने साहिल के कमरे को सील किया है, यहां की एक-एक चीज की वीडियोग्राफी कराई है। अब फोरेंसिक टीम भी इस कमरे की जांच करेगी।
साहिल की मनोदशा को लेकर एक्सपर्ट से बात की…
साहिल एबनॉर्मल पर्सनैलिटी, ऐसे लोग नुकसान पहुंचाते हैं वाराणसी में BHU के प्रोफेसर डॉ. संजय गुप्ता ने कहा- जैसा कि साहिल और उसके कमरे में आकृतियां बनी हुईं मिली हैं। ये उसकी एबनॉर्मल पर्सनैलिटी को दिखाता है। वह गांजा और शराब भी पीता था। इतना तय है कि साहिल ने लड़की को भ्रमित किया है, ताकि वह उसके मायाजाल में आ जाए। यह सब लोग 2 वजह से ही करते हैं। पहला, शरीर की इच्छा। दूसरा, पैसे के लिए।
ऐसे लोग किसी के सगे नहीं होते। आने वाले दिनों में हो सकता है कि आप देखें साहिल किसी और को भी नुकसान पहुंचाए। ये भी हो सकता है कि वह लड़की को भी नुकसान पहुंचा दे। ऐसे लोग हाइली मैन्युपुलेटिव (व्यवहार को तेजी से बदलने वाले) होते हैं। पुलिस को इनके खिलाफ सख्त केस तैयार करना चाहिए।
जो चित्र दीवार पर मिले, उसका सनातन से संबंध नहीं वाराणसी के संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वासुदेव शर्मा ने कहा- जो शैतानी चित्र साहिल के घर की दीवार पर बने हैं। उनका सनातन धर्म से संबंध नहीं है। भारतीय विधान में ऐसा जिक्र नहीं है कि किसी स्त्री से उसके पति की हत्या करवाकर सिर से कोई विधान किया जाए।
आज जैसे आतंकवादी नए-नए प्रयोग कर रहे हैं, वैसे ही भारतीय तंत्र क्रिया और पूजा को बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया होगा। साहिल बहुत शातिर प्रवृत्ति का है। वह लड़की को बरगलाने के लिए यह सब कर रहा था। वह यह सब करके उस लड़की को पाना चाहता था।

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