ईरान के राष्ट्रपति रईसी का अंतिम संस्कार:मशहद शहर में 30 लाख लोग जुटे; 68 देशों के नेता मौजूद, तालिबान-हमास लीडर भी शामिल
तेहरान
ईरान के मशहद शहर में रईसी को अंतिम विदाई देने के लिए लाखों लोग इकट्ठा हुए।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का 19 मई की शाम एक हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। उन्हें कुछ ही देर में मशहद शहर के समन अल-हज्जाज अली बिन मूसा अल-रजा की शरीफ दरगाह के पास दफनाया जाएगा। मशहद शहर में ही रईसी का जन्म हुआ था।
रईसी के शव को सुपुर्द-ए-खाक किए जाने से पहले उनकी अंतिम यात्रा में करीब 30 लाख लोग शामिल हुए हैं। उनके हाथ में ईरान का झंडा और रईसी की तस्वीरें मौजूद हैं। रईसी के परिजन भी गुरुवार सुबह मशहद एयरपोर्ट पहुंचे। तुर्किये की न्यूज एजेंसी अनादोलु के मुताबिक, इस आयोजन में दुनिया भर से करीब 68 देशों के नेता-डिप्लोमैट्स भी रईसी को श्रद्धांजलि देंगे।
इनमें भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल हैं। उनके अलावा कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी, इराकी पीएम मोहम्मद शिया अल सुडानी और पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के अलावा कई देशों के नेता-अधिकारी पहुंचे।
रईसी को आखिरी विदाई देने के लिए तालिबान के डिप्टी पीएम मुल्ला बरादर, हमास के पॉलिटिकल लीडर इस्माइल हानिए और हूती विद्रोहियों के प्रतिनिधि पहुंचे। विदेश नेताओं और अधिकारियों को ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद मुखबेर, अतंरिम विदेश मंत्री अली बाघेरी कानी समेत कई दूसरे अन्य अधिकारियों ने रिसीव किया।
रईसी की अंतिम यात्रा में जुटे लोगों का एरियल व्यू।
ईरान के मशहद शहर में रईसी की अंतिम यात्रा।
लाखों की संख्या में लोग काले कपड़े पहनकर रईसी को अंतिम विदाई देने के लिए सड़कों पर उतरे।
रईसी के पार्थिव शरीर को ईरान के मशहद शहर लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मशहद शहर के एयरपोर्ट पर रईसी के पार्थिव शरीर के साथ ईरानी सैनिक। ताबूत के ऊपर रईसी की काले रंग की पगड़ी रखी हुई है।
रईसी के परिजन भी अंतिम संस्कार के लिए मशहद शहर पहुंचे।
खामेनेई ने तेहरान में दी अंतिम विदाई, काले कपड़े पहनकर पहुंचे हजारों नागरिक
इससे पहले बुधवार को इब्राहिम रईसी सहित अन्य अधिकारियों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामनेई की अगुआई में शुरू हुई। उन्होंने रईसी के लिए प्रार्थना की। इसे देखने के लिए देशभर के विभिन्न जगहों से हजारों लोग तेहरान पहुंचे।
पार्थिव शरीर के साथ निकाले गए जुलूस में ईरानी नागरिक काले कपड़े पहनकर शामिल हुए। इसके बाद तेहरान विश्वविद्यालय में मृतकों के ताबूत रखे गए। इन ताबूतों को ईरानी ध्वज में लपेटा गया। इन पर मृतकों की तस्वीरें लगाई गई थीं। तेहरान में अंतिम विदाई के कार्यक्रम को लेकर इब्राहिम रईसी के बड़े-बड़े बैनर लगाए गए, जिनमें दिवंगत राष्ट्रपति को शहीद बताया गया।
रईसी समेत हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी लोगों को अंतिम विदाई देने के लिए उनके शवों को एक गाड़ी में रखकर शहर में घुमाया गया। इस दौरान लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
महिलाएं नम आंखों के साथ हाथ में रईसी की तस्वीर लेकर उन्हें विदाई देने पहुंचीं।
रईसी को श्रद्धांजलि देने के दौरान उनके ताबूत को चूमते ईरानी नेता।
रईसी की मौत के बाद कुर्द इलाकों में जश्न मना रहे लोग
रईसी की मौत से ईरान और दुनियाभर के देश सदमे में हैं। वहीं ईरान में एक हिस्सा ऐसा भी है जो उनकी मौत का जश्न मना रहा है। TIME की रिपोर्ट के मुताबिक, कुर्द इलाकों में रहने वाले लोग और रईसी के कार्यकाल में हुए आंदोलनों में घायल और जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वाले उनकी मौत का जश्न मना रहे हैं।
2022 में विरोध प्रदर्शन के दौरान मारी गईं 62 साल की मीनू मजीदी की बेटियों ने रईसी की मौत का जश्न मनाते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया। उनके अलावा दो और ईरानी महिलाओं मसरादेह शाहीनकर और सिमा मुरादबेगी ने डांस कर रईसी की मौत का जश्न मनाते हुए वीडियो साझा किए।
अजरबैजान की सीमा के पास पहाड़ियों में क्रैश हुआ हेलिकॉप्टर
रईसी का हेलिकॉप्टर रविवार (19 मई) को अजरबैजान की सीमा के करीब ईरान के वरजेघन शहर के पास क्रैश हो गया था। यह पहाड़ी इलाका है। रेस्क्यू एजेंसियों ने भारी बारिश, कोहरे और तेज सर्दी के बीच रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। सोमवार सुबह अजरबैजान की पहाड़ियों में हेलिकॉप्टर का मलबा मिला।
ईरानी स्टेट मीडिया IRNA के मुताबिक रईसी 19 मई की सुबह अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने गए थे। इसे ईरान और अजरबैजान ने मिलकर बनाया है।
लौटते समय उनके हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री होसैन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, तबरीज के इमाम मोहम्मद अली अलेहाशेम समेत कुल 9 लोग सवार थे। इनमें हेलिकॉप्टर के पायलट और को-पायलट के साथ क्रू चीफ, हेड ऑफ सिक्योरिटी और बॉडीगार्ड भी मौजूद थे। हादसे में सभी की जान चली गई।
उपराष्ट्रपति मुखबेर ने संभाला राष्ट्रपति पद
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद डिप्टी प्रेसीडेंट मोहम्मद मुखबेर (68) को अंतरिम राष्ट्रपति बनाया गया है। मुखबेर 2021 में इब्राहिम रईसी के पद संभालने के बाद उपराष्ट्रपति चुने गए थे। मुखबेर को संविधान के आर्टिकल 131 के अनुसार दो और जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
मुखबेर न्यायपालिका के प्रमुख और संसद के स्पीकर भी होंगे। इन दो पोस्ट पर रहते हुए वे संविधान के मुताबिक अगले 50 दिन में राष्ट्रपति का चुनाव कराने की तैयारी कराएंगे।
Add Comment