BY SAHIL PATHAN
नलिन प्रभात बने राष्ट्रिय सुरक्षा गार्ड के नए प्रमुख
वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी नलिन प्रभात को देश के आतंकवाद विरोधी और अपहरण रोधी बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
- नलिन प्रभात आंध्र प्रदेश कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। नलिन प्रभात वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
- कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने नलिन प्रभात को 31 अगस्त, 2028 तक के लिए उन्हें एनएसजी महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है।
- सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रमुख दलजीत सिंह चौधरी, एनएसजी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।
सपना तिवारी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) की विशेष निदेशक बनी:
- कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) में विशेष निदेशक के रूप में सपना तिवारी की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है।
- सपना तिवारी, ओडिशा कैडर के 1992 बैच की आइपीएस अधिकारी रही हैं। वर्तमान में सपना तिवारी आइबी में अतिरिक्त निदेशक के पद पर नियुक्त थीं।
- सपना तिवारी से पूर्व आईबी के निदेशक तपन कुमार डेका थे।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बारे में:
- एनएसजी की स्थापना 1984 में की गई थी।
- राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को एक आतंकवाद-रोधी इकाई के रूप में स्थापित किया गया था। एनएसजी संसद के एक अधिनियम- ‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड अधिनियम, 1986’ द्वारा अस्तित्व में आई।
- एनएसजी की स्थापना का विचार
- ऑपरेशन ब्लू स्टार, अक्षरधाम मंदिर पर हमले और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद आया था।
- एनएसजी को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य राज्यों को आंतरिक विद्रोह से बचाना और आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करना रहा है।
- एनएसजी गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इसके दो पूरक तत्व हैं:
- प्रथम, विशेष कार्रवाई समूह (एसएजी) जिसमें सेना के जवान शामिल होते हैं – यह एनएसजी का मुख्य आक्रामक या स्ट्राइक विंग है;
- द्वितीय, विशेष रेंजर समूह (एसआरजी) जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों /राज्य पुलिस बलों के कर्मी शामिल होते हैं। ये सामान्यतः वीआईपी प्रतिभूतियों को सुरक्षा उपलब्ध कराता है।
- एनएसजी के प्रमुख को महानिदेशक (डीजी) के रूप में नामित किया जाता है। इसका चयन और नियुक्ति गृह मंत्री द्वारा किया जाता है।
- एनएसजी का आदर्श वाक्य: ‘सर्वत्र, सर्वोत्तम, सुरक्षा’।
- एनएसजी को संघीय आकस्मिक बल के रूप में देश के किसी भी हिस्से में आतंकवाद के सभी पहलुओं से निपटने के लिए विशिष्ट भूमिका दी गई है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) के बारे में:
- आइबी, गृह मंत्रालय के अंतर्गत भारत की आंतरिक सुरक्षा और काउंटर-इंटेलिजेंस एजेंसी है। इसकी स्थापना 1887 में केंद्रीय विशेष शाखा के रूप में की गई थी। यह विश्व का सबसे पुराना संगठन माना जाता है।
- 1968 तक, आइबी ने घरेलू और विदेशी दोनों तरह की खुफिया जानकारी की देखरेख करती थी।
- इसके बाद विशेष रूप से बाह्य (विदेशी) खुफिया जानकारी के लिए रिसर्च एंड एनालिसिस विंग(RAW) का गठन किया गया।
- इसके बाद, आईबी को मुख्य रूप से घरेलू खुफिया और आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई।
Add Comment